Public Provident Fund (PPF)
- PPF खाता खोलने की सीमा: अब एक व्यक्ति केवल एक ही PPF खाता खोल सकता है। पहले के नियमों के अनुसार, एक व्यक्ति कई PPF खाते खोल सकता था, लेकिन नई दिशा-निर्देशों के तहत, यह अनुमति अब नहीं है। इसका मतलब है कि यदि किसी के पास पहले से एक PPF खाता है, तो वह दूसरे खाते के लिए आवेदन नहीं कर सकता। यह नियम खाताधारकों को उनके वित्तीय प्रबंधन को बेहतर तरीके से समायोजित करने और एकल खाता के माध्यम से उनके निवेश को नियंत्रित करने में सहायता करता है।
- न्यूनतम योगदान: PPF खाते में न्यूनतम वार्षिक योगदान की राशि अब 500 रुपये से कम नहीं होनी चाहिए। पहले यह सीमा कम थी, लेकिन नए नियमों के अनुसार, कम से कम 500 रुपये का वार्षिक योगदान अनिवार्य है। यह बदलाव छोटे योगदानकर्ताओं को निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करता है और खाते की स्थिरता को सुनिश्चित करता है।
- अधिकतम योगदान सीमा: एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 1.5 लाख रुपये का योगदान किया जा सकता है। इस सीमा के भीतर कोई भी व्यक्ति अपनी सुविधा के अनुसार योगदान कर सकता है। यह नियम PPF में निवेश की अधिकतम सीमा को स्पष्ट करता है और इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- पैसे निकालने की सुविधा: PPF खाते से आप खाते के उद्घाटन के 5 साल बाद 50% तक की राशि निकाल सकते हैं, लेकिन यह सुविधा केवल साल में एक बार ही उपलब्ध है। पहले कुछ मामलों में, अधिक समय की अनुमति थी, लेकिन नए नियमों के अनुसार, इस निकासी की सुविधा को अधिक नियंत्रित किया गया है, जिससे कि खाते की दीर्घकालिक बचत और लाभ को बढ़ावा मिले।
- लाभांश की दर: PPF पर ब्याज की दर हर तिमाही की समीक्षा के बाद निर्धारित की जाती है। नई दरें लागू करने से पहले मौजूदा निवेशकों को सूचित किया जाएगा। यह नियम निवेशकों को ब्याज दरों में किसी भी बदलाव की जानकारी समय पर प्रदान करता है, जिससे वे अपनी वित्तीय योजनाओं को अपडेट कर सकें।
- ऋण की सुविधा: PPF खाते से ऋण लेने की सुविधा केवल खाते के 3 साल पूरे होने के बाद ही उपलब्ध होगी। ऋण राशि, खाते की कुल राशि का 25% तक हो सकती है। यह सुविधा खाताधारकों को आपातकालीन स्थितियों में वित्तीय सहायता प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करती है, लेकिन इसे केवल एक निश्चित समय अवधि के बाद ही उपलब्ध कराया जाता है।
Sukanya Samriddhi Yojana (SSY)
- खाता खोलने की आयु सीमा: Sukanya Samriddhi Yojana में खाता केवल 10 वर्ष की उम्र तक की लड़की के लिए ही खोला जा सकता है। पहले यह सीमा 1 वर्ष तक की थी। अब, यह नई सीमा सुनिश्चित करती है कि योजना में केवल उन लड़कियों के खाते खोले जाएं, जिनकी उम्र 10 वर्ष तक हो, ताकि उनकी दीर्घकालिक बचत को सुनिश्चित किया जा सके।
- न्यूनतम जमा राशि: SSY खाते में न्यूनतम वार्षिक योगदान की राशि 250 रुपये से कम नहीं होनी चाहिए। पहले न्यूनतम सीमा कम थी, लेकिन नए नियमों के अनुसार, 250 रुपये का वार्षिक योगदान अनिवार्य है। इससे खाते में नियमित रूप से योगदान सुनिश्चित किया जा सकेगा और निवेशकों को एक स्थिर निवेश आधार मिलेगा।
- अधिकतम जमा सीमा: एक वित्तीय वर्ष में SSY खाते में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं। यह सीमा निवेशकों को अपनी बचत को बेहतर ढंग से योजना बनाने की सुविधा देती है और किसी भी वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करती है।
- जमा करने की अवधि: SSY में कुल 15 वर्षों तक ही योगदान किया जा सकता है। इसके बाद, खाते की मैच्योरिटी प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह नियम सुनिश्चित करता है कि निवेशकों को एक निश्चित अवधि के बाद अपने निवेश पर लाभ प्राप्त करने का अवसर मिले।
- निकासी की सुविधा: 18 वर्ष की आयु पूरी होने पर, लड़की अपने खाते से 50% राशि निकाल सकती है, जिसका उपयोग उच्च शिक्षा के लिए किया जा सकता है। यह सुविधा योजना के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए, शिक्षा के लिए वित्तीय समर्थन प्रदान करती है और निकासी की प्रक्रिया को सरल बनाती है।
- वेतन का लाभ: SSY खाते पर ब्याज की दर हर तिमाही के अंत में समीक्षा के आधार पर निर्धारित की जाती है। नई ब्याज दरों की सूचना देने की प्रक्रिया लागू की जाएगी। इससे निवेशकों को ब्याज दरों में बदलाव के बारे में समय पर जानकारी प्राप्त होगी, जिससे वे अपनी निवेश योजनाओं को समायोजित कर सकेंगे।
इन नए नियमों के अनुसार, PPF और SSY के खाताधारकों को अपनी निवेश और निकासी योजनाओं को अद्यतित रखने की आवश्यकता है। ये नियम वित्तीय प्रबंधन को बेहतर बनाने और निवेशकों को उनकी वित्तीय स्थिति के अनुसार सही निर्णय लेने में सहायता प्रदान करते हैं।