लाड़ली बहनों को मिला सम्मान और संबल – संवर रहा है आज और कल
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की नेतृत्व में लाड़ली बहना योजना आज हर बहन के चेहरे पर मुस्कान ला रही है। यह योजना न सिर्फ आर्थिक संबल प्रदान कर रही है, बल्कि समाज में बहनों के आत्मविश्वास को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रही है।
1. योजना की पृष्ठभूमि और उद्देश्य
लाड़ली बहना योजना का मूल उद्देश्य राज्य की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। यह योजना उन्हें सामाजिक, पारिवारिक और आर्थिक दृष्टि से एक नया आत्मबल प्रदान करती है।
2. 23वीं किस्त आज खातों में – 1.27 करोड़ बहनों को ₹1552.38 करोड़ की सहायता
आज का दिन लाड़ली बहनों के लिए एक और सौगात लेकर आया है। 23वीं किस्त के तहत 1.27 करोड़ बहनों को ₹1250 प्रति लाभार्थी के हिसाब से कुल ₹1552.38 करोड़ की राशि उनके खातों में स्थानांतरित की जा रही है। यह सहायता उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और मजबूत कदम है।
3. अब तक ₹35 हजार करोड़ से अधिक की मदद
अब तक लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत बहनों को ₹35 हजार करोड़ से अधिक की सहायता प्रदान की जा चुकी है। यह न सिर्फ आंकड़ों में एक बड़ी उपलब्धि है, बल्कि उन लाखों जिंदगियों का प्रमाण भी है जो इस योजना से बेहतर हुई हैं।
4. सामाजिक सुरक्षा पेंशन – बुजुर्गों और जरूरतमंदों का सहारा
राज्य सरकार द्वारा 56.68 लाख सामाजिक सुरक्षा पेंशन हितग्राहियों को ₹340 करोड़ की राशि जारी कर उन्हें भी आर्थिक मजबूती दी जा रही है। यह सरकार की सर्वसमावेशी सोच और जनकल्याण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
5. रसोई में राहत – गैस सिलेंडर रीफिलिंग के लिए ₹57 करोड़
महिलाओं की रसोई की चिंता भी सरकार ने समझी है। 25 लाख से अधिक बहनों को गैस सिलेंडर रीफिलिंग के लिए ₹57 करोड़ का अंतरण किया गया है। यह कदम उनके घरेलू जीवन में भी सहूलियत लाने वाला है।
6. योजना की प्रमुख विशेषताएं
सीधा लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से पारदर्शिता
प्रत्येक बहन को प्रतिमाह ₹1250 की सहायता
गरीबी रेखा से नीचे की महिलाओं को प्राथमिकता
बैंक खाते से जोड़कर सुरक्षित और सुगम भुगतान
सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को लागू करने का प्रयास
7. आगे की राह – भविष्य की योजनाएँ
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने संकेत दिए हैं कि आने वाले समय में योजना के दायरे को और अधिक विस्तार दिया जाएगा, जिससे हर ज़रूरतमंद बहन को इसका लाभ मिल सके। स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वरोज़गार को भी योजना में सम्मिलित करने पर विचार किया जा रहा है।
लाड़ली बहना योजना एक सरकारी पहल से कहीं अधिक है – यह सम्मान, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की मिसाल है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में यह योजना नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक ऐतिहासिक प्रयास है।
बहनों का आज और कल संवर रहा है – और यही है सच्चा विकास।