All info about दंदरौआ धाम सरकार हनुमान जी के इस मंदिर की पांच परिक्रमा करने पर ठीक हो जाती हैं गंभीर बीमारियां |
मध्यप्रदेश के भिंड जिले में स्थित हनुमान जी का प्रसिद्ध मंदिर, दंदरौआ धाम, अपनी चमत्कारी मान्यताओं के लिए जाना जाता है। यहां हनुमान जी को “डॉक्टर हनुमान” के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि यहां हनुमान जी ने अपने एक भक्त, शिवकुमार दास, जो कैंसर से पीड़ित थे, का इलाज डॉक्टर के वेश में आकर किया था। इसके बाद शिवकुमार दास पूरी तरह स्वस्थ हो गए थे। यह कहानी सुनने के बाद यहां दूर-दूर से लोग अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करवाने आते हैं और कई लोग ठीक भी हो जाते हैं।
दंदरौआ धाम मंदिर की विशेषताएँ
दंदरौआ धाम एक अति प्राचीन और सिद्ध स्थल है, जहाँ किसी भी श्रद्धालु को खाली हाथ नहीं लौटना पड़ता। भक्तों का मानना है कि यहां सभी प्रकार के रोगों का इलाज संभव है। मंदिर परिसर में श्री राम दरबार और अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाएं भी हैं, लेकिन हनुमान जी की विशेष प्रतिष्ठा है। यहाँ हर साल एक विशाल मेला आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं।
दंदरौआ धाम सरकार हनुमान जी की नृत्य मुद्रा में मूर्ति
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हनुमान जी की यह मूर्ति नृत्य की मुद्रा में स्थापित है, जो 300 साल पुरानी है और एक नीम के पेड़ से प्राप्त हुई थी। इस अनोखी मूर्ति के कारण ही हनुमान जी को यहाँ “दंदरौआ” कहा जाता है। मान्यता है कि हनुमान जी की भभूत विशेष रूप से फोड़ा, अल्सर और कैंसर जैसी बीमारियों के लिए कारगर है। इस मंदिर की पांच परिक्रमा करने से ये बीमारियाँ ठीक हो जाती हैं।
दंदरौआ धाम सरकार पर श्रद्धालुओं का विश्वास
लाखों श्रद्धालु हर दिन डॉक्टर हनुमान से अच्छी सेहत की उम्मीद लेकर यहाँ आते हैं, विशेषकर मंगलवार और शनिवार को। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहाँ जो भी भक्त दर्शन के लिए आता है, वह हमेशा स्वस्थ रहता है।
दंदरौआ धाम ग्वालियर से लगभग 70 किलोमीटर दूर, उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे भिंड जिले में स्थित है। इस मंदिर को दंदरौआ सरकार धाम के नाम से भी जाना जाता है। श्रद्धालुओं का विश्वास है कि डॉक्टर हनुमान के पास सभी प्रकार के रोगों का कारगर इलाज है और इसी कारण लोग दूर-दूर से अपनी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए यहाँ आते हैं।
दंदरौआ धाम मंदिर का इतिहास और महत्व
दंदरौआ धाम का इतिहास बहुत पुराना है। यह कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण हजारों साल पहले हुआ था। यह स्थान अत्यंत पवित्र माना जाता है और यहाँ के लोग हनुमान जी को अपने रक्षक और चिकित्सक के रूप में पूजते हैं। दंदरौआ धाम का महत्व इस बात से भी समझा जा सकता है कि यहाँ आने वाले श्रद्धालु अपनी बीमारियों के ठीक होने के बाद यहाँ पुनः दर्शन करने आते हैं और धन्यवाद ज्ञापित करते हैं।
हनुमान जी का चमत्कारी स्वरूप
हनुमान जी की मूर्ति की विशेषता यह है कि वह नृत्य की मुद्रा में स्थापित है। यह मूर्ति अपने आप में अद्वितीय है और पूरे देश में कहीं भी ऐसी मूर्ति नहीं पाई जाती है। हनुमान जी की यह मूर्ति नीम के पेड़ से प्राप्त हुई थी, जब इसे काटा गया तो यह मूर्ति निकली। मूर्ति की स्थापना के बाद से ही यहाँ चमत्कार होने लगे और लोगों का विश्वास यहाँ बढ़ता गया।
रोगों का इलाज
हनुमान जी के इस मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं का मानना है कि यहाँ सभी प्रकार की बीमारियों का इलाज संभव है। विशेषकर कैंसर, फोड़े, अल्सर जैसी गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोग यहाँ आते हैं और ठीक हो जाते हैं। मंदिर की पांच परिक्रमा करने से इन बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। यहाँ हनुमान जी की भभूत भी रोगों के इलाज में अत्यंत प्रभावी मानी जाती है।
धार्मिक अनुष्ठान और मेले
दंदरौआ धाम में हर साल एक विशाल मेला आयोजित होता है, जिसमें लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। इस मेले में दूर-दूर से लोग आते हैं और यहाँ के धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। मंदिर में नियमित रूप से पूजा-अर्चना और भंडारे का आयोजन किया जाता है।
दंदरौआ धाम के अन्य आकर्षण
मंदिर परिसर में हनुमान जी के अलावा श्री राम दरबार और अन्य देवी-देवताओं की भी प्रतिमाएं स्थापित हैं। यहाँ पर शिव मंदिर, गणेश मंदिर और अन्य कई छोटे-छोटे मंदिर भी हैं।
दंदरौआ धाम सरकार आने-जाने का मार्ग
दंदरौआ धाम ग्वालियर से लगभग 70 किलोमीटर दूर, उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे भिंड जिले में स्थित है। यहाँ आने के लिए ग्वालियर से बस और टैक्सी की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ आने का सबसे अच्छा समय मंगलवार और शनिवार को होता है, जब यहाँ विशेष पूजा-अर्चना होती है।
श्रद्धालुओं की कहानियाँ
बहुत से श्रद्धालुओं ने अपने अनुभव साझा किए हैं कि कैसे उन्होंने डॉक्टर हनुमान के मंदिर में आकर अपनी बीमारियों से मुक्ति पाई है। एक श्रद्धालु ने बताया कि वह कैंसर से पीड़ित थे और कई अस्पतालों में इलाज कराने के बाद भी ठीक नहीं हो रहे थे। जब वे दंदरौआ धाम आए और हनुमान जी की पांच परिक्रमा की, तो कुछ ही दिनों में उनका कैंसर ठीक हो गया।
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स्थानीय लोगों का योगदान
दंदरौआ धाम के स्थानीय लोगों का मानना है कि यह मंदिर उनकी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। वे नियमित रूप से मंदिर की सफाई और देखभाल करते हैं और यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की सहायता करते हैं।
दंदरौआ धाम सरकार धार्मिक महत्व और आस्था
दंदरौआ धाम का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु हनुमान जी के चमत्कारों पर अटूट विश्वास रखते हैं। उनका मानना है कि यहाँ आने से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-शांति प्राप्त होती है।
दंदरौआ धाम, भिंड में स्थित हनुमान जी का यह मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह लोगों की आस्था और विश्वास का प्रतीक भी है। यहाँ आने वाले श्रद्धालु अपनी बीमारियों से मुक्ति पाते हैं और जीवन में सुख-शांति का अनुभव करते हैं। डॉक्टर हनुमान के रूप में पूजे जाने वाले हनुमान जी के इस मंदिर में आकर हर किसी को अद्भुत अनुभव प्राप्त होता है।
इस प्रकार, दंदरौआ धाम न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक ऐसा स्थान भी है जहाँ लोग अपनी बीमारियों से मुक्ति पाने और जीवन में नई ऊर्जा प्राप्त करने आते हैं। यहाँ हनुमान जी की भक्ति और श्रद्धा के साथ-साथ उनकी चमत्कारी शक्तियों का भी अनुभव होता है।
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